गर्भावस्था के दौरान इन 5 गलतियों को करने से बचें!

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प्रेग्नेंसी के 9 महीने और माँ और बच्चे दोनों के लिए काफी संजीदा होते हैं। ऐसे समय में माँ को अपने साथ-साथ अपने गर्भ में पल रहे बच्चे का भी ख्याल रखना पड़ता है। लेकिन जानकारी के अभाव में या जाने-अनजाने में महिलाएं गर्भावस्था में ऐसी कई गलतियाँ कर जाती हैं जो उन्हें भूलकर भी नहीं करनी चाहिए। माँ कई बार खाना स्किप कर देती हैं, कम नींद लेती हैं, परेशान रहती हैं, खुद का ख्याल नहीं रखती या फिर गलत आदतों को छोड़ नहीं पाती है। ये सभी चीजें एक माँ के लिए और उसके बच्चे के लिए बड़ी परेशानी खड़ी कर सकते हैं। 



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किसी भी माँ के लिए उसका बच्चा उसकी गोद में आना, एक दूसरे जन्म के समान होता है। हर माँ ये चाहती है कि गर्भावस्था के वक्त उन्हें और उनके बच्चे को कोई परेशानी न आएं। 

हर माँ गर्भावस्था के वक्त छोटी-से-छोटी बात का ख्याल रखना चाहती हैं। लेकिन, प्रेग्नेंसी एक काफी सेंसिटिव टाइम होता है। इस वक्त एक छोटी-सी गलती भी बड़ी परेशानी का कारण बन सकती हैं। 

अक्सर महिलाएं, गर्भावस्था के वक्त जाने-अनजाने में ऐसी कई गलतियाँ कर जाती हैं, जिससे आगे चलकर उन्हें या बच्चे को परेशानी का समाना करना पड़ता है।

आज हम भूल में की जाने वाली उन 5 गलतियों की बात करेंगे, जो अक्सर महिलाएं करती हैं और बाद में जिसके कारण परेशानी में पड़ जाती हैं। 

a pregnant lady looking at her tummy

गर्भावस्था में की जाने वाली इन 5 गलतियों से जरूर बचें : -

खाना स्किप करना : - 

गर्भावस्था के वक्त हार्मोन्स में उतार-चढ़ाव जारी रहता है। कई बार महिलाओं को भूख नहीं लगती तो कई बार उनके मुंह का टेस्ट खराब रहता है। ऐसे में महिलाएं खाना स्किप करने लग जाती हैं। 

आपको ऐसा बिल्कुल नहीं करना है। पहली बात तो ये कि अब आप एक इंसान के लिए खाना नहीं खा रही। आपके बच्चे को विकास करने के लिए भोजन की जरूरत है। ऐसे में आपको अपने मन को समझाकर समय पर और सही भोजन करना होगा। 

प्रेग्नेंसी में इसका उल्टा भी होता है, कई बार महिलाएं हद से ज्यादा खाना खाने लगती है। वैसे तो ये लक्षण भी आम है। लेकिन, ऐसे वक्त में अगर आपको खाने पर बिल्कुल कंट्रोल नहीं रह रहा तो ये गैस का कारण बन सकता है। एक बार डॉक्टर से सलाह जरूर लें। 

यही नहीं, बल्कि कई बार महिलाएं वजन की चिंता के कारण भी खाना स्किप करने लगती हैं। ऐसा करना सही नहीं तो आप इसका ख्याल जरूर रखें। 

शारीरिक गतिविधि का शून्य हो जाना - 

प्रेग्नेंसी में दोनों ही बातें गलत हैं - हद से ज्यादा काम करना और हद से ज्यादा आराम करना। प्रेग्नेंसी के शुरुआती दौर में शरीर को आराम की जरूरत होती है लेकिन इसका मतलब ये नहीं होता कि 9 महीने बेड रेस्ट की ही जरूरत होती है। 

अनेक घरों में प्रेग्नेंसी के दौरान, महिलाओं को पूरी तरह आराम करने की ही सलाह दी जाती है। लोग भूल जाते हैं कि किसी चीज की अति बुरी है, अब चाहे वो काम ही हो या आराम ही हो।

शरीर को एक्टिव रखने के लिए, खून का संचार बनाएं रखने के लिए हल्का-फुल्का काम करते रहना चाहिए। हल्की वॉक, लाइट योगा आदि करने से शरीर एक्टिव बना रहता है। आप इस बारे में अपने डॉक्टर से भी बेझिझक पूछ सकती हैं।

गलत आदतें रखना : - 

रात को फोन चलाने में नींद कम लेना, हमेशा दुखी या स्ट्रेस में रहना, सिगरेट या ड्रिंक्स जारी रखना जैसी गलत आदतें आपकी प्रेग्नेंसी में बड़ी परेशानी बन सकती है।

नींद कम लेने से आपका शरीर हमेशा थका रहेगा। आप फ्रेश फ़ील नहीं करेगी। इससे आपकी चिंता बढ़ेगी और चिंता से आपका स्वास्थ्य। धूम्रपान और ड्रिंकिंग के बारे में तो इन दिनों में सोचना भी नहीं चाहिए। 

ये सब न सिर्फ आपके स्वास्थ्य के लिए बुरा है बल्कि आपके बच्चे के लिए भी है। ऐसे में प्रेग्नेंसी के दौरान इन सभी आदतों से दूरी बना लें।

इससे बेहतर होगा, आप अच्छी फिल्में देखें, किताबें पढ़ें, सैर पर जाएं और अपनी सेहत का खूब ख्याल रखें। इससे आप तो फिट रहेंगी ही, साथ ही आपका बच्चा भी खुशमिजाज और स्वस्थ होगा।

a pregnant lady holding her back

खुद से दवा लेना - 

प्रेग्नेंसी में हर सप्ताह अलग लक्षण देखने को मिलते हैं। इन दिनों में महिलाओं को पेट दर्द, सिर दर्द, गैस, उबाई आदि जैसी समस्याएं लगी ही रहती हैं। कई बार महिलाएं इनके इलाज के लिए खुद से दवा लेने लगती हैं। 

याद रखें, ये लक्षण आम नहीं होते हैं बल्कि ये प्रेग्नेंसी के कारण हो रहें होते हैं। दवा तो ऐसे भी बिना डॉक्टर से पूछे नहीं लेनी चाहिए और गर्भावस्था के वक्त तो ऐसा बिल्कुल भी नहीं करना चाहिए। 

खुद से दवा लेना आपकी प्रेग्नेंसी के लिए बड़ा खतरा बन सकता है। बेहतर होगा कि आप डॉक्टर से मिलें और उनसे अपने लक्षणों के बारे में बताकर सही दवा लें। 

गलत फुटवेयर का चुनाव - 

आप भले ही आम दिनों में अलग-अलग तरह के फुटवेयर पहनती हों, लेकिन आपको प्रेग्नेंसी में फुटवेयर काफी सोच-समझकर लेना चाहिए। 

गर्भावस्था में पैरों में सूजन हो जाती हैं। ऐसे में अगर फुटवेयर भी आरामदायक नहीं पहनेंगी तो आपको चलने में काफी परेशानी होने लगेगी। 

कई महिलाएं प्रेग्नेंसी के समय में भी हील्स पहनती है। ऐसा करने पर उनके पैरों में सूजन हो जाती है, फुट कॉर्न की समस्या बढ़ जाती है। कई बार ये परेशानी इतनी बढ़ जाती है कि डॉक्टर बेड रेस्ट की सलाह दे देते हैं। 

पैरों को राहत देने के लिए चप्पलें आरामदायक ही चुनें। जिससे आप कम-से-कम पैरों की सूजन से खुद को बचा पाएं। 

सप्ताह में एक से दो बार आपको पैरों में मालिश भी करानी चाहिए। इससे आपके पैरों में दर्द और सूजन की समस्या कम होगी। 

a pregnant lady holding her tummy with both hands

सारांश 

प्रेग्नेंसी के 9 महीने और माँ और बच्चे दोनों के लिए काफी संजीदा होते हैं। ऐसे समय में माँ को अपने साथ-साथ अपने गर्भ में पल रहे बच्चे का भी ख्याल रखना पड़ता है। 

लेकिन जानकारी के अभाव में या जाने-अनजाने में महिलाएं गर्भावस्था में ऐसी कई गलतियाँ कर जाती हैं जो उन्हें भूलकर भी नहीं करनी चाहिए। माँ कई बार खाना स्किप कर देती हैं, कम नींद लेती हैं, परेशान रहती हैं, खुद का ख्याल नहीं रखती या फिर गलत आदतों को छोड़ नहीं पाती है। 

ये सभी चीजें एक माँ के लिए और उसके बच्चे के लिए बड़ी परेशानी खड़ी कर सकते हैं। ऐसे में एक माँ गर्भावस्था के वक्त सावधानी बरतकर और ऊपर दिए गए जानकारी को मद्देनजर रखकर अपना और अपने बच्चे का बेहतर ख्याल रख सकती हैं।

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क्या गर्भवस्ता में शारीरिक गतिविधि नहीं करनी चाहिए?
<p>प्रेग्नेंसी में दोनों ही बातें गलत हैं - हद से ज्यादा काम करना और हद से ज्यादा आराम करना। प्रेग्नेंसी के शुरुआती दौर में शरीर को आराम की जरूरत होती है लेकिन इसका मतलब ये नहीं होता कि 9 महीने बेड रेस्ट की ही जरूरत होती है। </p><p>अनेक घरों में प्रेग्नेंसी के दौरान, महिलाओं को पूरी तरह आराम करने की ही सलाह दी जाती है। लोग भूल जाते हैं कि किसी चीज की अति बुरी है, अब चाहे वो काम ही हो या आराम ही हो।</p><p>शरीर को एक्टिव रखने के लिए, खून का संचार बनाएं रखने के लिए हल्का-फुल्का काम करते रहना चाहिए। हल्की वॉक, लाइट योगा आदि करने से शरीर एक्टिव बना रहता है। आप इस बारे में अपने डॉक्टर से भी बेझिझक पूछ सकती हैं।</p>
क्या गलत फुटवियर गर्भवस्ता में हानिकारक है?
आप भले ही आम दिनों में अलग-अलग तरह के फुटवेयर पहनती हों, लेकिन आपको प्रेग्नेंसी में फुटवेयर काफी सोच-समझकर लेना चाहिए।  गर्भावस्था में पैरों में सूजन हो जाती हैं। ऐसे में अगर फुटवेयर भी आरामदायक नहीं पहनेंगी तो आपको चलने में काफी परेशानी होने लगेगी।  कई महिलाएं प्रेग्नेंसी के समय में भी हील्स पहनती है। ऐसा करने पर उनके पैरों में सूजन हो जाती है, फुट कॉर्न की समस्या बढ़ जाती है। कई बार ये परेशानी इतनी बढ़ जाती है कि डॉक्टर बेड रेस्ट की सलाह दे देते हैं।  पैरों को राहत देने के लिए चप्पलें आरामदायक ही चुनें। जिससे आप कम-से-कम पैरों की सूजन से खुद को बचा पाएं।  सप्ताह में एक से दो बार आपको पैरों में मालिश भी करानी चाहिए। इससे आपके पैरों में दर्द और सूजन की समस्या कम होगी।