नयी माँ के लिये ये खास बातें जानना है बेहद जरूरी...

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"मां बनने का अहसास जितनी ज्यादा खुशियाँ लेकर आता है उससे कहीं अधिक जिम्मेदारियां भी ..."

अगर आप मां बनने वालीं है तो सबसे पहले हमारी तरफ से आपको बहुत सारी बधाइयां...

खासतौर पर वो महिलाँए जो पहली बार मां बनने जा रही है...उन्हें और भी अधिक सतर्क और सावधान होने की जरूरत है। आज हम इसी विषय पर बात करने जा रहे है।

डिलवरी के बाद मां को बच्चे के साथ-साथ खुद का भी ध्यान रखना होता है। ऐसा भी कह सकते हैं कि ये बहुत ही नाजुक दौर होता है जहां पर किसी भी तरह की लापरवाही नहीं होनी चाहिये।

तो आइये जानते है किन बातों पर आपको बहुत ही ज्यादा ध्यान देने की जरुरत है...

  • गर्भावस्था – कौन सी बातों का ध्यान रखें

सबसे बड़ी बात ये है कि गर्भावस्था में आपको अपना और अपने बच्चे का पूरा-पूरा  ध्यान रखने की जरूरत है। गर्भावस्था में आपको फोलिक एसिड की एक खास मात्रा का लेना बहुत जरूरी है और ये आपके बच्चे को बहुत सारी तकलीफों से बचाता है। फोलिक एसिड आपके बच्चे के मस्तिष्क और स्पाइनाल कार्ड को स्वस्थ और साथ ही साथ विकसित करने में बहुत योगदान देता है। ध्यान रखें कि आप स्वस्थ और साफ फलों का सेवन करें ताकि आप किसी भी तरह के संक्रमण से दूर रहें।

किन चीजों को ना कहें -

  • इसके अलावा कच्चे मांस और अंडे से भी दूर रहे क्योंकि हानिकारक बैक्टीरिया होनी के वजह से आपके बच्चे की सेहत को नुकसान हो सकता है।
  • खुद को एल्कोहाल और सिगरेट के सेवन से भी दूर करें क्योंकि वह बच्चे के शारिरीक और मानसिक विकास को बाधित कर सकती है।
  • वैसे तो प्रेंग्नेंसी में कोई एक ही चीज का बहुत ज्यादा मन करता है लेकिन आप ऐसा ना करें। बल्कि आपको कोशिश करनी चाहिये की आप अलग अलग तरह की चीजों को भी अपने खाने में शामिल करें।
  • गर्भावस्था के दौरान अगर आपको बुखार आता है तो आप डाक्टर को बिना देरी दिखायें क्योंकि ये आपके बच्चे की सेहत पर बुरा असर डाल सकता है।
  • किसी भी तरह के मानसिक तनाव से दूर रहे।

प्रसव के बाद आपको कई तरह की परेशानीयों से गुजरना पड़ सकता है जैसे -

  • पोस्ट डिलीवरी ब्लीडिंग
  • इर्रेग्यूलर पीरियड्स
  • मानसिक तनाव का होना
  • वजायनल इंजरी या फिर इंफ़ेक्शन 
  • योनि में सूखापन
  • वज़न में बदलाव
  • स्तनों की समस्या

लेकिन घबराने की बात नहीं है... इनमें से बहुत सी समस्याँए थोड़े समय बाद खत्म हो जाती है।

 

कैसे करें प्रसव के बाद खुद की देखभाल

  • प्रसव के बाद खुद का बहुत ही अधिक ध्यान रखने की जरूरत है। और यहां हम आपको बताने जा रहे है कि आप किस तरह से अपना ध्यान रख सकते है -
  • सबसे पहले आपको 40 दिन तक का आराम करना चाहिये। ध्यान रखें कि आप ज्यादा उछल कूद ना करें क्योंकि इससे टांके खुलने का डर भी रहता है।
  • प्रसव के बाद अपनी मर्जी से कोई भी व्यायाम न शुरू करें। सबसे  पहले अपने डॉक्टर की सलाह ले। वो आपके शरीर और डिलीवरी को ध्यान में रखते हुए सही सलाह देगें। उनकी सलाह को ध्यान में रखते हुये एक्सरसाइज करें। ध्यान रहे की कोई भी भारी एक्सरसाइ शुरु में ना करें क्योंकि ये आपके लिये नुकसान दायक हो सकती है।
  • आपको खासतौर पर ध्यान रखना है कि आप अपनी पूरी नींद लें। बच्चे के जन्म के बाद मांओ को कई बार बच्चे के साथ रात भर जागना पड़ता है। इसीलिये आपको अपने परिवार के सदस्यों की सहायता लेकर इस समस्या के बारे में बात करनी चाहिये ताकि सभी के ऊपर समान रूप से जिम्मेदारी डाली जा सके जबतक आप पूरी तरह ठीक ना हो जाये।
  • सबसे ज्यादा अधिक ध्यान देना है आपको अपने शरीर की सफाई पर। सोचने में ये बहुत छोटी सी बात लगती है लेकिन बहुत ही महत्वपूर्ण  है। आपको बहुत ही विशेष तौर पर अपने तन साथ-ही-साथ स्तन दोनों की सफाई पर बहुत ही ज्यादा ध्यान देना है। क्योंकि आप अपने बच्चे को भी स्तनपान कराएगीं इसीलिये इनको साफ रखना बहुत ही ज्यादा जरुरी है। यदि आपको किसी भी तरह का अधिक दर्द होता है दूध पिलाते समय तो डाक्टर की सलाह जरूर ले।
  • जिन महिलाओं को प्रसव आपरेशन से हुआ है उन्हें डाक्टर हल्के गुनगुने पानी से सिकाई करने की सलाह देते है। इसके अलावा आप जब भी बाथरुम जायें तो एक मग गुनगुना पानी और उसमें थोड़ा सा एंटिसेप्टिक जरूर डाल ले और इसको अपने टांकों को ऊपर डालें। इससे आपको आराम तो मिलेगा ही, साथ-ही-साथ टांकों के आसपास सफाई भी बनी रहती है।
  • आपको अपनी डाईट में बहुत सारा तरल लेने की आवश्यकता है क्योंकि ये आपकी कब्ज और डिहाईड्रेशन से जुड़ी हुई सारी परेशानियों को दूर कर देता है। इसके अलावा आपको पानी भी खूब पीना चाहिये की। कोशिश करें कि बाजार में मिलने वाली एनर्जी या फिर डिब्बेबंद जूस बिल्कुल ना ले।
  • जब बात आती ही अपना और बच्चे का ध्यान रखने की तो धूप सेकने को भी डाक्टर काफी अच्छा बताते है। इससे आपको और बच्चे दोनों को भरपूर मात्रा में विटामिन–डी मिलता है।
  • खुद को कुछ समय के लिये जंक फूड से पूरी तरह से दूर रखें । ये आपके लिये शायद थोड़ा सा मुश्किल हो सकता है क्योंकि आपको ये सब चीजे खाने का मन करेगा। लेकिन अपनी और बच्चे की सेहत के लिये आपको इतना तो करना पड़ेगा। आप जितना हो सके ताजे फल और सब्जियों को खायें।
  • भारी चीजे बिल्कुल ना उठाये। अगर कुछ जरुरी भी है तो अपने किसी परिवार के सदस्य की मदद ले ले।
  • नवजात शिशु का ध्यान कैसे ऱखें –

नवजात शिशु को दूध पिलाने के बाद या उससे पहले उसकी मालिश ना करें। नहलाने से पहले मालिश करना बहुत फायदेमंद होता है। बच्चे की मालिश करते समय हल्के हाथ का प्रयोग करे। आपके बच्चे की त्वचा अभी बहुत ही नाजुक होती है और इसीलिये उन्हें बहुत देर तक पानी में ना रखें। ये ध्यान में रखना बहुत ही जरूरी है कि पानी ज्यादा गर्म या ठंडा ना हो। गीले कपड़े से उनका बदन पोछें और सिर्फ अच्छी क्वालिटी का बेबी शैंपू का ही प्रयोग करें। नहलाते समय ध्यान दे कि बच्चे की आंखों में शैंपू ना जायें।

एक अध्ययन के अनुसार ये भी कहा गया है कि बच्चों को बहुत अधिक कपड़े ना पहनायें क्योंकि बहुत अधिक गर्मी बच्चों के लिये अच्छी नहीं होती है। बहुत अधिक कपडे से ढकने से उनके शरीर को नुकसान पहुँच सकता है।

मां को ये सोचकर परेशान नहीं होना चाहिये कि उसका बच्चा क्यूं रो रहा है। छोटे बच्चे रोने के लिये प्रोग्राम्ड होते है। वो उनका स्वाभाव है अपनी उपस्थिति का अहसास दिलाने के लिये। उनके रोने ये मतलब ये कतई नहीं है कि उन्हें कोई दिक्कत है। हालांकि कभी –कभी दिक्कत होने से भी वह रोते हैं वो लेकिन अमूमन रोना उनका स्वाभाव है। नवजात शिशु का ध्यान रखना शुरुआत में थोड़ा सा कठिन हो सकता है लेकिन फिर आपको आदत हो जायेगी और काफी हद तक चीजें आसान लगेंगी।

  • व्यायाम – कब और कैसे करे

व्यायाम प्रेगनेंसी के दौरान भी काफी जरूरी होता है। इससे शिशु का स्‍वास्‍थय काफी अच्छा रहता है। इसके अलावा डिलीवरी के बाद प्रेगनेंसी का बढ़ा हुआ वजन घटाने में भी व्यायाम बहुत जरूरी है लेकिन बिना डाक्टर की सलाह के यह बिल्कुल भी ना करे। डाक्टर आपकी ठीक तरह से जांच करने के बाद बतायेगें कि इसके लिए सही समय कौन सा है।

  • पोषण – किस तरह का खाना आपको खाना चाहिये

ये बहुत जरूरी है कि आपको किस तरह का खाना चाहिये। आइये जानते है कि आपको अपने खाने में क्या-क्य़ा शामिल करना चाहिये –

  • अपने खाने में दालों को जरूर शामिल करना चाहिये। आपको प्रोटीन, फाइबर, विटामिन और खनिज को जरूर अपनी डाइट में लेने से ताकत मिलेगी। आप चाहें तो हरी और लाल दाल उबाल कर खा सकते हैं या फिर हलवा भी बना सकते है क्योंकि दोनों ही आपको ताकत देगे।
  • आपको अपने खाने में फलियां भी लेनी चाहिये जैसे कि राजमा और ब्लैक बीन्स क्योकि ये प्रोटीन से बहुत ही भरपूर होती है। ये आपको ताकत से भर देती है।
  • हरी सब्जियां खाने से आपको विटामिन ए, सी और कैल्शियम बहुत ही भरपूर मात्रा में मिलता है। हरी सब्जियां आपके ब़ढे हुये वजन को भी कम करती है।
  • भूरे चावल का सेवन करें क्योकिं इसमें काबोहाईड्रेट बहुत कम होता है। साथ ही साथ आपको इससे काफी सारी ऊर्जा भी मिलती है।
  • डेयरी उत्पाद जिनमें कम फैट हो, उन्हें खाना भी सही रहता है। डेयरी उत्पादों में विटामिन ई, प्रोटीन और कैल्शियम होता है जो कि काफी अधिक फायदेमंद होता है।
  • ब्लूबेरी को जरुर अपनी डाइड में शामिल करें क्योकिं इसमें भरपूर मात्रा में विटामिन, खनिज और कार्बोहाइड्रेट देते हैं, जिससे आपको ताकत मिलती है।
  • ओटमील को आप अपने नाश्ते में शामिल कर सकते हैं क्योकि वह पूरी तरह से पोषक तत्वों से भरे होते है। इनमें भरपूर मात्रा मे कैल्शियम, आयरन, प्रोटीन और स्वस्थ कार्बोहाइड्रेट होता हैं।

और अंत में  -

इन सभी खास बातों का ध्यान रखनें से आप अपने इन पलों को बहुत ही आंनंदमय तरीके से जी पायेंगें। मां बनना बहुत खास है। और आप अपने इन खास पलों को यादगार भी बना सकते हैं थोडा सा ध्यान रखकर। हमें आशा है कि दी गयी जानकारी से आपको काफी मदद मिलेगी। इसके अलावा ये जानकारी आप किसी नयी मां के साथ भी साझा कर सकते है ताकि वो भी लाभांवित हो सके।

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