उत्तर भारत में 5 प्रसिद्ध नृत्य रूप- Part 1
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उत्तर भारत अपनी अलग-अलग तरह के नृत्य की शैलियों के लिये बखूबी जाना जाता है। जब भारत की संस्कृति की बात आती है तो इन प्रसिद्ध नृत्यों को भी अनदेखा नहीं किया जा सकता है। आईये जानते है इन प्रसिद्ध नृत्यों के रूपों को।
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नाती डांस -
नाती बहुत ही अच्छी डांस फोर्म है हिमाचल पर्देश की। और इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता है। सबसे बड़ी बात ये है कि ये डांस बहुत ही ज्यादा हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड से जुड़ा हुआ है। यही नहीं ये नाती डांस एक बहुत ही अच्छी ऐतिहासिक पृष्ठभूमि भी अपने साथ रखता हैं। ये डांस काफी ज्यादा पापुलर है और कुल्लू, शिमला, चंबा में बहुत ही किया जाता है।
क्यूँ है नाती डांस बहुत ही ज्यादा खास -
- इस नृत्य को बहुत ही आसानी से लोकल क्लचर को दिखाता है और ये बहुत ही प्यार के साथ किया जाता है। इसके अलावा ये डांस बहुत सारे फेस्टविल और एक्जीविशन पर भी किया जाता है।
- ये डास बहुत सुंदर होता है और ये रास लीला को भी दिखाता है क्योंकि ये कृष्णा और गोपी को भी दिखाता है।
- नाती डांस शादियों और अलग तरह के फन इवेंटस के दौरान भी किया जाता है।
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छोलिया –
ये एक बहुत ही प्रसिदध् नृत्य है कुमाऊँ राज्य का। इस नृत्य को विशेष तौर पर शादियों के समय किया जाता है। छोलिया नृत्य को करने का सबसे खास कारण ये हैं कि ये नर्तकों का भाव-भंगिमा में छल को प्रमुख तौर पर दिखाया जाता है। इस नृत्य में एक-दूसरे को बहुत ही रोचक ढंग से छेड़ा जाता है और उन्हें चिढाया या फिर उकसाया जाता है।
क्या नृत्य बहुत ही ज्यादा खास है –
- ये ऩृत्य बहुत ही ज्यादा खास होता है। और जब ये किया जाता है तो आस-पास के लोग भी काफी अच्छे से इसमें भाग लेता है। इसको करते हुये छोल्यार को तलवार की नोक से उठाते हैं।
- छोल्यार एक-दूसरे को बहुत ही ज्यादा चालाकी से रुपये उठाने की भी कोशिश करते है। और ये देखने में बहुत ही ज्यादा प्रभावी और आकर्षक भी लगता है।
- अगर बात की जाये कि कितने लोग इस नृत्य को करते हैं तो इसे करने के लिये कम से कम 22 लोगों को टीम और 8 नर्तक और 14 गाजे-बाजे वाले होते हैं।
कब किया जाता है ये नृत्य –
इस नृत्य को किये जाने के लिये भी कुछ खास मौके होते है। आज भी पर्वतीय अंचल की शादियों में ये नृत्य बहुत ही रुचि के साथ किया जाता है। इसमें दूल्हा अपने घर से निकलकर दुल्हन के घर जाता है और फिर सफेद रंग की पताक को लहराया जाता है और उसके बाद लाल रंग की पताका को लहराया जाता है। अगर बात करें निसाण की तो ये होता है निशान या संकेत। और इसका संदेश ये हैं कि दुल्हा पक्ष कन्या का वरण करने आये हैं और शांति के साथ शादी का संपन्न करना चाहते हैं। और इसीलिये सफेद ध्वज को आगे रखा जाता है।
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भंगड़ा -
भगड़ा एक बहुत ही ज्यादा पापुलर नृत्या है जो कि पंजाब से शुरु हुआ है। और ये खास तरह का नृत्य बैसाखी के समय फसल की कटाई के अनुष्ठान करते समय किया जाता है। भगड़ा के दौरान पंजाबी बोली के गीत बहुत ही रुचि के साथ गाया जाता है।
कब शुरु हुआ था ये भांगड़ा -
- जब ये नृत्य किया जाता है तो ढोल भी खुशी के साथ बजाया जाता है। अगर बात करें की भांगड़ा की शुरुआत कब हुई थी तो ये फसल की कटाई से साथ शुरु हुआ था।
- पंजाब में जब महिलाओं को द्वारा किया जाता है तो इसे गिद्दा कहते हैं। और सबसे बड़ी बात है कि ये बहुत ही ज्यादा खुशनुमा नृत्या है और इसमें बोलियाँ गाई जाती है और साथ-ही-साथ तालियाँ बजाई जाती है।
- इसमें दो प्रतिभागी घेरे से निकलकर पूरे समर्पण भाव से सस्वर बोली सुनाती है उसके ही अनुसार अभिनय भी करती है और बाकी की समूह में गाती है और इसी प्रक्रिया को 3-4 बार पूरी तरहा से किया जाता है। ये नृत्य करने में बहुत ही ज्यादा मजा आता है।
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धमाल नृत्य
धमाल नृत्य गुड़ंगाव से जुड़ा हुआ नृत्य है और काफी ज्यादा पापुलर है। अगर बात करें इस नृत्य की तो ये महाभारत के समय शुरु हुआ था। इस नृत्य की खास बात ये हैं कि स्त्रियों द्वारा नहीं किया जाता है बल्कि पुरुषों द्वारा किया जाता है।
इस नृत्य को कब किया जाता है -
- इस नृत्या को धमाल की आवाज के साथ बहुत ही अच्छी तरह से गाया और नाचा जाता है। और इस नृत्य को तब किया जाता है जब फसल तैयार हो जाती है। इतना ही नहीं ब्लिक इस खास नृत्य के दौरान पुरुष प्रतिभागी एक तरह का चक्र बनाया जाता है।
- इसमें भगवान गणेश, मां भवानी और भगवान ब्रहंमा और भगवान विष्णु और शिव जी की भी त्रिमूर्ति की भी प्रार्थना भी की जाती है।
- ये डास बहुत ही ज्यादा पापुलर है और इसे धमाल या फिर धूप भी कहा जाता है। और सबसे बड़ी बात ये है कि ये डांस अब पुरुषों और महिलाओँ के द्वारा भी किया जाता है।
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रास लीला डांस –
रास लीला डांस भी उत्तर प्रदेश में काफी ज्यादा पापुलर हैं। ये डांस बहुत ही स्पेशल मौके पर किया जाता है। इस डांस में हाईलाईट किया जाता है राधा कृष्ण को प्रेम को बहुत ही सुंदरता के साथ।
क्यूं है रास लीला डांस बहुत ही ज्यादा पापुलर –
- अगर बात करें रास लीला की तो ये कृष्ण के भक्तों के लिये बहुत ही प्रमुख है। ये नृत्य कृष्णा के द्वारा किया गया था। और इसीलिये ये काफी ज्यादा इंपोर्टेंट होता है।
- ये डांस बहुत पापुलर है और इसे काफी ज्यादा पसंद भी किया जाता है।
- ये बहुत ही ज्यादा अलग और काफी खास है और लोग इसे काफी रुचि से देखते हैं और आनंदित होते है।
और अंत में –
ये सभी नृत्य हमारी भारतीय संस्कृति को बहुत ही ज्यादा अच्छे से दर्शाते है। और इसीलिये इन्हें बहुत ही ज्यादा खास माना जाता है। भारत के सभी राज्य किसी ना किसी तरह का नृत्य से जुड़ा हुआ है।
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